Honda Elevate का लुक, डिजाइन, फीचर्सऔर परफॉर्मेंस हमें देखने को मिलती है उस हिसाब से कंपनी अगर इसकी कीमत 10 लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक रखती है तो यह गाड़ी आपके लिए फायदे का सौदासाबित हो सकती है।
सूरत, सौरव शर्मा।मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में लगभग हर कार कंपनी की एक ना एक गाड़ी मौजूद है, लेकिन होंडा अभी तक इस सेगमेंट से लुप्त रहा। खैर, कहावत सुनी है ना “देर आए दुरुस्त आए” यही कहावत फिट बैठती है अगर आप बात करेंगे Honda Elevate की जो कि 4-मीटर से बड़ी कॉम्पैक्ट एसयूवी स्पेस में नया खिलाड़ी है। उदयपुर की सड़कों पर हमने नई Honda Elevate के साथ कुछ वक्त गुजारा और जिस हिसाब से कंपनी इसे सिर्फ 1 ही पेट्रोल इंजन विकल्प के साथ लेकर आ रही है क्या यह वाकई खरीदने लायक होगी या नहीं इस विषय पर विस्तार से जवाब आपको इस रिव्यू में मिल जाएगा।
लुक्स और डिजाइन
यह एक ऐसा मुद्दा होता है जिसपर बात ज्यादा नहीं की जा सकती क्योंकि गाड़ी का डिजाइन लोगों की अपनी-अपनी पसंद होती है। किसी को Honda Elevate का डिजाइन पसंद आ रहा होगा तो किसी को नहीं, लेकिन अगर आप मुझसे पूछोगे तो मैं यही कहूंगा कि Elevate सेगमेंट में मौजूद दूसरी गाड़ियों से थोड़ा हटकर खड़ी होती है। लंबा बॉनट, बड़ी ग्रिल, हेडलाइट की ट्रीटमेंट पहली नजर में पसंद आएगी। साइड प्रोफाइल देखेंगे तो गाड़ी काफी लंबी नजर आएगी ऐसा इसलिए भी क्योंकि इसका व्हीलबेस 2650 mm है जो कि काफी बढ़िया है। 17-इंच के डुअल टोन एलॉय व्हील्स, बॉडी क्लैडिंग, रूफ रेल्स वाकई काफी अच्छे लग रहे हैं। रियर प्रोफाइल में टेललाइट का डिजाइन इंडोनेशिया वाली WR-V जैसा देखने को मिलता है। हालांकि, रियर टेललाइट्स को जोड़ा गया है।
इंटीरियर
वैसे तो इस सेगमेंट की कुछ गाड़ियां ऐसी हैं जिनमें आपको भर-भर के फीचर्स दिए जा रहे हैं। Honda Elevate में आपको भले ही उतने ज्यादा फीचर्स देखने को ना मिलें लेकिन गाड़ी का इंटीरियर और मैटेरियल की क्वालिटी आपको काफी पसंद आएगी। सीटें भी काफी ज्यादा आरामदायक हैं और 10.25 इंच का इन्फोटेनमेंट सिस्टम जबरदस्त काम करता है। होंडा की किसी गाड़ी में आपको इतना बढ़िया इन्फोटेनमेंट सिस्टम देखने को नहीं मिलता।
वायरलेस एप्पल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो की सुविधा आपको इसमें मिल जाती है। स्टोरेज स्पेस गाड़ी में अच्छा खासा देखने को मिलता है। इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर आधा डिजिटल और आधा हिस्सा एनालॉग के साथ आथा है जिसमें आपको गाड़ी के बारे में तमाम जानकारी मिल जाती हैं। इसी में ही आपको ADAS लेवल 2 से जुड़े फीचर्स की भी जानकारी मिल जाती हैं। ADAS फीचर्स गाड़ी में कैमरा आधारित हैं जिसके चलते आपको अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट और मल्टी कॉलिजन मिटीगेशन जैसे और भी कई फीचर्स मिलते हैं।
रियर सीटों पर जाते हैं तो यहां भी आपको काफी अच्छा खासा आराम देखने को मिल जाता है। सीटें बहुत ही ज्यादा आरामदायक हैं और सीटों पर भरपूर स्पेस भी मिलता है। हेडरूम, लेगरूम में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं, तीन लोग आसानी से बैठ सकते हैं। हालांकि, जो व्यक्ति बीच में बैठेगा उसे थोड़ी दिक्कत हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बीच में बैठने वाले पैसेंजर के लिए ना तो हेडरेस्ट है और ना हीं थ्री प्वाइंट सीट बेल्ट। इतना ही नहीं सीटों का डिजाइन कुछ ऐसा है कि दो लोगों के लिए तो आरामदेह और तीन लोगों के लिए असहज साबित होती है।
सुविधा की बात की जाए तो पिछले यात्रियों के लिए AC वेंट्स तो हैं लेकिन मोबाइल चार्ज करने के लिए USB पोर्ट्स नहीं मिलते, जो कि मुझे लगता है कंपनी को देना चाहिए था। अब बूट स्पेस की बात करें तो सेगमेंट में सबसे बेहतर 458 लीटर्स का बूट स्पेस गाड़ी में मिलता है।
फीचर्स की बात करें तो कंपनी ने इसमें इलेक्ट्रिक सनरूफ, 8-स्पीकर्स के साथ साउंड सिस्टम और कनेक्टेड कार फीचर्स शामिल किए हैं। हालांकि, टॉप वेरिएंट में 360 डिग्री पार्किंग कैमरा, वेंटिलेटेड सीटें, इलेक्ट्रिक एडजस्ट सीटें और बड़ी पैनोरामिक सनरूफ की कमी महसूस होती है।
इंजन और परफॉर्मेंस
Honda Elevate में कंपनी ने 1.5 लीटर का इन-लाइन फोर-सिलेंडर इंजन दिया है जो होंडा सिटी में भी मौजूद है। हालांकि, कंपनी ने इसमें कोई भी स्ट्रोंग हाइब्रिड पावरट्रेन का विकल्प नहीं दिया, जो कि एक मायूसी वाली बात भी है क्योंकि इस सेगमेंट में आपको मारुति ग्रैंड विटारा और टोयोटा हाइराइडर में स्ट्रोंग हाइब्रिड का विकल्प दिया जा रहा है। खैर, Elevate में मिलने वाले इंजन की पावर 121 PS और टॉर्क 145 Nm है। अब इस सेगमेंट में देखा जाए तो आपको कोई और गाड़ी नॉर्मल 1.5 लीटर इंजन के साथ इतना ज्यादा पावर आउटपुट नहीं देती। यह इंजन 6-स्पीड मैनुअल और CVT ट्रांसमिशन के साथ आता है। हमने उदयपुर की सड़कों पर दोनों ट्रांसमिशन वेरिएंट को चलाया। इंजन काफी ज्यादा रिफाइन्ड है और NVH लेवेल्स पर कंपनी ने बहुत बढ़िया काम किया है। मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ कछुए जैसी रफ्तार में चलना हो या तेजतर्रार रफ्तार भरनी हो इंजन से आपको कोई शिकायत देखने को नहीं मिलेगी। हालांकि, CVT ट्रांसमिशन भी आपको सिटी और ट्रैफिक में काफी बढ़िया अनुभव देता है, लेकिन अगर आप सिटी से निकलकर हाईवे पर एक दम से तेजतर्रार रफ्तार में चलने की कोशिश करते हैं तो CVT से मिलने वाला रबर बैंड प्रभाव साफ देखने को मिल जाता है। फर्स्ट ड्राइव थी तो गाड़ी को बहुत ज्यादा नहीं चलाया, लेकिन चलाने में मजा तो मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ ही सबसे ज्यादा आया।
राइड और हैंडलिंग की बात करें तो बड़े गड्ढों और ब्रेकर पर गुजरते समय सस्पेंशन थोड़े कठोर नजर आते हैं, लेकिन छोटे-मोटे गड्ढे या पथरीली सड़कों पर गाड़ी आपको आरामदायक अवस्था में ही रखती है। सबसे बेहतर अगर आप इस गाड़ी को तेज रफ्तार में दौड़ा रहे हैं और तेज मोड़ पर मोड़ते हैं तो गाड़ी से आपको कम से कम बॉडी रोल तो देखने को मिलता है साथ ही यह आपका आत्मविश्वास भी नहीं गिरने देती। अगले पहियों पर डिस्क और पिछले पर ड्रम है, इसके बावजूद गाड़ी की ब्रेकिंग परफॉर्मेंस काफी बढ़िया देखने को मिलती है। हमने इस गाड़ी का माइलेज टेस्ट तो नहीं किया लेकिन कंपनी के मुताबिक ARAI माइलेज मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 15.31 kmpl और CVT ट्रांसमिशन के साथ 16.92 kmpl है।
हमारा फैसला:
जिस हिसाब से Honda Elevate का लुक, डिजाइन, फीचर्स और परफॉर्मेंस हमें देखने को मिलती है उस हिसाब से कंपनी अगर इसकी कीमत 10 लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक रखती है तो यह गाड़ी आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है। टॉप वेरिएंट में फीचर्स की भले ही थोड़ी कमी है लेकिन दिखने और चलाने में गाड़ी काफी मजेदार है।